UjjalaPO# 644613
India
![]() |
Instagram: ujjalajaiswal
मैं कवि या लेखक नहीं
किरदार नहीं लिखती
जज़्बात लिखती हूँ
अपने मेहबूब से की हुई बात लिखती हूँ
मैं पाखी ....
|
मैं तुम्हारे साथ हूँ रहती सुख दो दुःख दो कुछ ना कहती
दिन के धूप में तेरे बदले मैं ही हो गयी काली
रात के सन्नाटे को मैंने वजूद ही दे डाली
तेरी गहरी नींद में तुझ को आलिंगन मैं कर लूँ
दिन भर तेरे स्पर्श की ख़ातिर तेरे चरणो में रह लूँ
तुमने मेरा आभास भी ना किया
इक प्यारा सा नाम तक ना दिया
साथ आयी साथ ही जाऊँगी
परछाईं हूँ तेरी परछाईं ही कहलाऊँगी।

Life is like a video game Just when you think the game is in your hand and you are going to win.... the screen shows
GAME OVER.

तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
बस दूरियाँ बढ़ा ली हैं
तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
बस मंज़िलें जुदा की हैं
तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
बस दिल को समझाया है
तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
पास आके सिर्फ़ दर्द ही पाया है
तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
बस तेरी दूरियाँ अपनाई हैं
तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
ये दूरी तुमने ही लायी है
तुझ से दूर नहीं हूँ मैं
ना ही मैं सुझ बुझ में हूँ
तुझ से दूर कहाँ जाऊँ मैं
क्योंकि मैं ख़ुद ही तुझ में हूँ

Last dream I had was about the chirping sparrow on my window sill.
Woke up with the thought, “ Is it already extinct, or become it will ?”

I want to be free from my own thoughts.
Because nowadays my own thoughts are in the bondage of other people’s expectations.

Along with the morning comes
hope for another day
That you are alive
And achievements will find its way.
Thank you God for the morning
Thank you God for another day
Give me the strength and means
To justify my being today.
Good Morning !!

एक नोट्बुक हुआ करती थी
जिसमें मैं अपने जज़्बात लिखा करती थी
एक नोट्बुक हुआ करती थी
जिसमें मैं अपने अल्फ़ाज़ लिखा करती थी
एक नोट्बुक हुआ करती थी
जिसमें मैं अपने अरमान लिखा करती थी
एक नोट्बुक हुआ करती थी
जिसमें मैं अपने एहसास लिखा करती थी
एक नोट्बुक हुआ करती थी
जिसे मैं ज़माने से छुपा लिया करती थी
हम बड़े हो गए
नोट्बुक फटी पुरानी हो गयी
उन फटे पुराने पन्नों के साथ
मेरे जज़्बातों की, अल्फ़ाज़ों की
अरमानों की , एहसासों की
दफ़न वो कहानी हो गयी
- LightSoul

I was rough, I was tough.
You sat through the night
even with a bad cough
Every mile, with a smile
You never were tired
Oh Mom! You inspired.
©LightSoul

दिल में उमंगें थीं
सीने में चाहत थी
बड़े अरमानों से
मिलने का पैग़ाम भेजा था
वो इतने संग दिल भी ना थे
कि दिल तोड़ने ख़ुद आ जाते
इसलिए बहन के हाथों
हमारे लिए सिर्फ़ सलाम भेजा था
©LightSoul

सूरज को मंद मुस्काते देख
मैंने भी मुस्का दिया
आरे दर्जे की तेज़ी थी दोनों में
अब दोनों ने विश्राम लिया
कुछ पाया कुछ खोया हमने
पर अपना मक़ाम बना लिया
तेरी चमक से दुनिया चमके
मेरे नाम में ही चमक है
तुझ को उपरवाले ने चमकाया
मैंने ख़ुद को ही चमक लिया
सूरज को मंद मुस्काते देखा
तो मैंने भी मुस्का दिया
©LightSoul
